झीनी-झीनी बीनी चदरिया

ज्यों की त्यों धर दीनी चदरिया, झीनी-झीनी बीनी चदरिया।
दास कबीर जतन से ओढ़ी, ज्यों की त्यों धर दीनी चदरिया॥
ज्यों की त्यों धर दीनी चदरिया, ज्यों की त्यों धर दीनी चदरिया॥
दास कबीर जतन से ओढ़ी, ज्यों की त्यों धर दीनी चदरिया।
झीनी-झीनी बीनी चदरिया, ज्यों की त्यों रख दीनी चदरिया॥
दास कबीर जतन से ओढ़ी, ज्यों की त्यों धर दीनी चदरिया।
झीनी-झीनी बीनी चदरिया, ज्यों की त्यों धर दीनी चदरिया॥
दास कबीर जतन से ओढ़ी, ज्यों की त्यों रख दीनी चदरिया।
झीनी-झीनी बीनी चदरिया, ज्यों की त्यों रख दीनी चदरिया॥